छूट भागे रास्ते -आदित्य चौधरी
मंज़िलों की क़ैद से अब छूट भागे रास्ते |
शब्दार्थ
- ↑ साबिका या साबका = संबंध, वास्ता
- ↑ बज़्म = महफ़िल
- ↑ ताबीर = नतीजा
- ↑ सुह्बत या सोहबत = संगत, साथ
- ↑ सबा = पुरवा हवा, मंद शीतल हवा
- ↑ मरहले= मंज़िलें
छूट भागे रास्ते -आदित्य चौधरी
मंज़िलों की क़ैद से अब छूट भागे रास्ते |